भूत बना बैल / Bhoot Bana Bail

यह कहानी यूपी छेत्र की है एक लड़का था वह बहुत ही गरीब परिवार का था उसके पिता दूसरों का घर आनाने का काम किया करते थे बड़ी कठीनाई से जीवन व्यापन हो रहा था।



गरीबी के कारण वह लड़का स्कूल की पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर पाता, कड़ाके की ठंड में भी वो अपनी बहन की साड़ी का शर्ट बना के पहनता था और स्कूल पढ़ने जाया करता था वो अपने स्कूल कि फिस का भी जुगाड़ दूसरों को ट्यूशन पढ़ाकर निकाला करता था।

एक दिन की बात है वह अपने कुछ दोस्तों के साथ खेल रहा था, वह लड़के खेलते खेलते, सिवान में चले गये, तेज धूप थी, चारों तरफ लूह बह रही थी।


सभी लड़के खेलने में मग्न थे तभी उस लड़के को दूसरे खेत मेें अचानक एक बैल दिखाई दिया, उसने दूसरे लड़कों को भी दिखाया और उस बैल को दौड़ाने लगे, वो बैल को दौड़ा रहे थे और बैल दौड़ते हुये सिवान में दूर भागता जा रहा था।

सारे लड़के बैल को दौड़ाकर थक गये पर वह लड़का नहीं थका, वो उस बैल को दौड़ाता रहा। दौड़ाते-दौड़ाते उस बैल को काफी दूर लेकर गया,,,, अचानक वो बैल गायब हो गया,,,, यह देख लड़का डर सा गया।

उस बैल के गायब होने के बाद वह वापस अपने घर की तरफ चल दिया कुछ दूरी पर साले लड़के खेल रहे थे, वो उन सबके तरफ आगे बढ़ा पर वह बढ़ ही नहीं पा रहा था, काफी देर हो गई धीरे-धीरे उन लड़कों के पास तक पहुंचा ही था कि वो,,, लड़के भी वहाँ से गायब,,,, हो गये।

उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था  वह डर सा गया और रोने लगा, पर उसका रोना सुनने के लिये वहाँ कोई नहीं था, वह अकेला ही था, उसके साथ के जो लड़के थे वो सब बहुत पहले अपने-अपने घर आ गये थे पर उसका कोई पता नहीं।

वो लड़का सिवान में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, उसने हिम्मत नहीं हारी और वह आगे बढ़ता गया, तेज धूप का समय था, पूरा शरीर पसीने से तर हो गया था, कुछ दूर एक निम का पेड़ था वहाँ उसने आराम किया तो उसे कुछ राहत आई और आगे बढ़ना चालू किया धीरे-धीरे वह घर तक पहुंचा, घर आते-आते उसको शाम हो गई।
वो अपने घर आने के बाद खाट पर बैठा ही था की उसकी अचानक तबीयत खराब होने लगी।

उसके माँ बाप परेशान हो गये कि अचानक इसको क्या हो गया। सभी लड़कों से पूछा गया तो उन्होंने बताया हमारे साथ ठीक ठाक से खेल रहा था हमें कुछ नहीं पता।

एक डॉक्टर को बुलाकर उसे दवा दिलाई गई और दवा के बाद भी उसको कोई खास फर्क नहीं पड़ा वह हमेशा खाट पर हीं पड़ा रहता था।

उसके चेहरे पर झुर्रियाँ आने लगी वह बूढ़ा सा दिखाई देने लगा, इसके बाद उसके सिर के बाल धिरे-धिरे कमजोर होने लगे, और बाल उखड़ने लगे।

कुछ ही दिनों वह गंजा हो गया, उसके सिर पर कोई बाल नहीं बचा।

उसे देखने दूर दूर से लोग आने लगे, उसके बचने की कोई सम्भावना नहीं बची वह बहुत ही लाचार हो गया।
उधर से एक व्यक्ति गुजर रहा था उसने भीड़ को देखकर दूसरे व्यक्तियों से पूछा यहाँ क्या हुआ भाई, तो एक गांव वाले नें उसका हाल बताया।

उधर से गुजरने वाला व्यक्ति एक जानकार व्यक्ति था, उसने उसकी जान बचाना अपना फर्ज समझा, वह व्यक्ति दूसरी दुनिया के लोगों के बारे में जानता था, तो उसने सभी को उस लड़के के पास से हटने के लिये कहा और खूद जाकर उस लड़के के सर पर हाथ फेरा और उससे बात की।


लड़के ने उससे अपना सारा हाल सुनाया और उस महान व्यक्ति ने वहीं रह कर उसका इलाज करने का सोचा।
उस परदेसी ने देख लिया कि उस बालक के उपर कोई भूत है।

पहले ही दिन उसने उपरवाले से कुछ दुआ की और कुछ मंत्र पढ़े, जिसके कारण लड़का थोड़ा सही हो गया। यह देख सब आश्चर्यचकित रह गये। उसने कहा कल तक मैं इस बालक को बिल्कुल ठीक कर दूंगा।

शाम के समय वब परदेशी घर के अंदर जा रहा था तभी अचानक एक आदमी दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया और बोला तू यहाँ से चला जा, मैं बच्चे को लेकर जाउंगा।

परदेसी ने कहा,,, वो छोटा बालक है उसे छो़ड़,,, और यहाँ से जा, इस घर के किसी सदस्य को परेशान मत कर, यह बहुत गरीब आदमी हैं और बहुत सीधे हैं।

पर वर भूत कहाँ मानने वाला था।

भूत ने परदेसी से लड़ना चालू कर दिया। भूत ने परदेसी को पटक दिया जिसके कारण उसे चोट लग गई, उसके बाद उस परदेसी ने किसी देवता को याद किया, जिसके कारण उस देवता नक अपने सेवक के उपर अपना लंगोट फेक दिया और पर परदेसी बहुत ताकतवर हो गया।

भूत जितने प्रहार करता परदेसी को कोई असर नहीं होता और जब परदेसी भूत को मारता तो भूत वहाँ से गायब हो जाता, परदेसी जितने प्रहार करता भूत गायब हो जाता तो परदेसी के देवता ने भूत से कहा, अब क्यूं नहीे लड़ रहा है।

भूत उस देवता को देख कर घबरागया और वहां से भाग गया।

परदेसी के देवता ने भूत को दौड़ाकर पकड़ लिया और अपने पैरों के निचे भूत को दबा दिया, और देवता बोले मैं इसको लेकर जा रहा हूं, इसका इलाज मैं कर दूंगा ये कभी उस बालक तो क्या उसके परिवार के किसी सदस्य के तरफ भी नहीं देखेगा।

और वो देवता भूत को लेकर गायब हो गये।

उधर बालक सही हो गया, बस उसका शरीर खराब हो गया था, जो की परदेशी ने कहा धीरे-धीरे इसका शरीर बिल्कुल सही हो जायेगा।

और परदेसी वहाँ से चला गया।

सभी व्यक्ति उस परदेसी का धन्यवाद कर रहे थे और उको बहुत याद कर रहे थ।



It is the story of a boy who was UP region was very poor family, his father used to work in others' home Anane Ktinai life penetration was big.

The boy is in school because of poverty can not even properly, even in severe cold, he wore the shirts made of sari and her sister went to school to school, she also managed to others by giving tuition extracted Fiss used to.

One day he was playing with some friends, play to the boy, went in Siwan, the sun was blasting was blowing around.

All the boys were engrossed in playing a bull when the boy suddenly appeared in certain other fields, he showed the other boys and began to ride the bull, and the bull runs that were bull ran away in Siwan are being run.

The boy is not at all tired boy Dudhakr bull tired, he was the bull Dudhata. Hoppin ', and basically took the bull away ,,,, quite suddenly she disappeared bull ,,,, it was a scared little boy.

that he had reached the boy ,,, ,,,, there were missing.

have no idea.

The boy was moving slowly in Sivan, he did not lose hope and he progressed, it was sunny, sweaty bodies was complete, there was something off a tree Nim when he did the rest some relief came and began to move forward slowly until she came home in the evening he was approached.
She was sitting on the bed after coming home was his sudden sickness.

Her parents were upset that this has happened suddenly. He then asked all the boys was playing with us, all right, we know nothing.

Call a doctor and administered her medication after medication did not help much that no man had ever lived on the bed giggling.

He began to see the wrinkles on his face was oldish, followed by Dire-Dire's head began to weaken, and the hair began to crumble.

A few days he was bald, no hair left on his head.

People came from far away to see it, there remains no possibility of his escape, he was very helpless.
Meanwhile, a person was passing crowds, he asked the people what happened here brother, then released her and told villagers.

Meanwhile, a knowledgeable person who was passing by, he understood my duty to save his life, he knew about the world's people, he asked to withdraw from all of the child and the child's head by Kud round and talked to him on the hand.

The boy told him all my recent stay and that the great man thought of his treatment.
The immigrant is a spirit sees that the boy over.

Uprwale first day he read some prayers and chants, which is why a little boy was right. Were wonderstruck to see it all. She will be all right by tomorrow this child.

In the evening indoors curve foreigner was going to stand at the door and a man suddenly said, you go from here, I will go with the child.

Pardesi said the little boy ,,, and ,,, Cohd him being here, do not disturb any member of this house, it is very poor and very straight.

Where God was going to believe on ghosts.

Ghost turned to fight the foreigner. Which slammed to the alien ghosts got hurt, then he missed a deity by foreigners, which until the gods over your servant and threw his nappy was very strong on the alien.

The strike does not affect the alien ghosts and alien ghost kills the ghost disappears from there, all the attacking alien ghost disappears god of the immigrant ghost said to have been fighting never saw why.

Seeing that God Gbragya ghost and ran there.

And that the god ghost disappeared.

The lad was right, his body just went bad, the foreigner said that the body gradually becomes perfect.

And immigrant went there.

Thanks to all the people that were alien and remote Uko were missing.

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